कोन है NIMISHA PRIYA ?

16 JULY 2025 : पल पल तेज बढ़ रही है दिल की धड़कने , नजदीक आ रही है मौत की घड़ी।
2018 को मौत की सजा सुनाने के बाद क्यों Nimisha Priya को बचानेमे लगी है Nimisha की मां ?
क्यों मारा NIMISHA PRIYA ने ? कोन था फसाद की जड़ ?
- बहुत दिनों से सुर्खियों में आ रही केरल की Nimisha Priya आखिर क्या गलती थी उसकी कौन है फसाद की जड़ ?
- एक ही मुद्दा बार-बार क्यों सुर्खियों में घूम रहा है ?
- 2018 को मौत की सजा सुनाने के बाद क्यों Nimisha Priyaको बचानेमे लगी है निमिषा की मां ?
NIMISHA PRIYA केरल की रहेने वाली है । यमन में साना इलाके में 2011 को Nimisha Priya ने एक क्लीनिक खोली थी।बहुत सारी दिक्कतों के बाद बहुत सारे प्रॉब्लम्स से बाहर निकालने के बाद जिंदगी का गुजारा करने के लिए Nimisha Priya ने एक आदमी तलाल अब्दो महती से मदद की गुहार की थी। उसने प्रिया को अपने झांसे में लेने के लिए दोस्त बनकर मदद करने का वादा भी किया था ।
लेकिन अपने वादे को बस गुजार ही जा रहा था। रटे ही जा रहा था , लेकिन मदद की कोई भी आशा नजर ना आने के कारण निमिषा प्रिया ने खुद पैसों का इंतजाम करके एक क्लीनिक खोलने के बाद यह तलाल अब्दो महती नामक इंसान परेशान किये जा रहा था।
महती क्या कहना था कि यह क्लीनिक हम दोनों खोलने वाले थे फिर अकेली ने क्यों खोला। वह इंसान लोगों को बताता था कि वह उसकी पत्नी है और उसे परेशान करता था। इन सब बातों से तंग आकर निमिषा प्रिया ने यमन के पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ कंप्लेंट भी की थी ।
कुछ सजा भुगतने के बाद वह फिर वापस आया जब वापस आया तब दोबारा से उसे परेशान करने लगा निमिषा की समस्याएं और बढ़ गई उसने निमिषा का पासपोर्ट भी छीन लिया फिर निमिषा बुरी तरह से यमन में फस गई क्योंकि वह बिना पासपोर्ट के वापस नहीं आ सकती थी।
अंजाम के लिए किसने साथ दिया NIMISHA PRIYA का ?
इन प्रॉब्लम्स में से निकलने के लिए प्रिया ने वहां के ही अपने एक दोस्त हनान की मदद ली ।
दोनों ने मिलकर अब्दो महती को बुलाया उसे अपनी बातों में उलझा कर बेहोशी का इंजेक्शन लगाए ताकि उसकी बेहोशी की हालत में निमिषा प्रिया अपना पासपोर्ट उसे वापस ले और यमन से रवाना हो जाए।
लेकिन नियति को शायद कुछ और ही मंजूर था वह बेहोशी का ओवर डोज होने की वजह से महती की मौत हो गई। इस अचानक मौत की वजह से निमिषा प्रिया डर गई।
अभी यमन की मौत हो गई लेकिन यह बात किसी को पता ना चले इसके लिए निमिषा प्रिया ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अब्दो महती के टुकड़े-टुकड़े कर दिए और उसको पानी में डालकर ठिकाने लगाया ताकि किसी को पता ना चले।
लेकिन कर्म का फल तो मिलकर ही रहता है। निमिषा प्रिया और उसका दोस्त पुलिस की चपेट में आ ही गये । जब पुलिस की चपेट में आने के बाद अच्छे-अच्छे की बोलती बंद हो जाती है। तब जाकर एक नर्स निमिषा ही क्या करने वाली थी।
फिर क्या निमिषा और उसके दोस्त हनान ने जुर्म कबूल कर लिया। 2017 को अब्दो महती की मौत हुई और 1 साल बाद 2018 को हनन को उम्र के और निमिषा प्रिया को मौत की सजा हो गई।
NIMISHA PRIYA आखिर क्यों गई थी यमन ?
पलक्कड़ की रहने वाली केरल की एक निमिष प्रिया वह पेसे से एक नर्स है।
पैसे कमाने के लिए केरल से वह यमन चली गई यमन में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में काम करने के बाद उसने खुद का क्लीनिक डालने की सोची।
लेकिन फाइनेंसियल कंडीशन ना होने के कारण उसका पति और नाबालिक बेटी 2014 में भारत वापस आ गए
उसी साल यमन में गृह युद्ध की चपेट चालू हो गई जिसकी वजह से निमिषा के पति और बेटी को यमन का वीजा न मिलने के कारण वह यमन वापस जा नहीं सके और निमिषा प्रिया को वही यमन में रुकना पड़ा।
यमन में क्या हुवा था निमिषा के साथ ?
यमन में गृह युद्ध की चपेट चालू हो गई जिसकी वजह से निमिषा के पति और बेटी को यमन का वीजा न मिलने के कारण वह यमन वापस जा नहीं सके और निमिषा प्रिया को वही यमन में रुकना पड़ा।
2015 में निमिषा में अपने साथी अब्दो महती से क्लीनिक खोलने की बात की। निमिषा प्रिया अकेली वहां पर क्लिनिक नहीं खोल सकती थी क्योंकि यमन के कानून के मुताबिक सिर्फ वहां के नागरिक को ही क्लीनिक और वह व्यवसाय फर्म बनाने की परमिशन मिलती थी ।
निमिषा प्रिया भारतीय नागरिक होने के कारण उसको वहां पर परमिशन न मिलने के कारण वह अब्दो महती को क्लीनिक खोलने के लिए बोलती थी। महती ने क्लीनिक में हेरा फेरी की जिसका विरोध निमिषा प्रिया ने किया।
इस तरह किया निमिषा को परेशान
निमिषा प्रिया की पहली शादी की तस्वीर चुराकर उसने अपनी तस्वीर लगाकर निमिषा के साथ शादी होने का दावा किया।अब्दो महती से पासपोर्ट और शादी की तस्वीर वापस लेने के लिए निमिषा प्रिया ने अपने दोस्त के साथ मिलकर उसको बेहोशी का इंजेक्शन लगाया , जिसकी वजह से अब्दो महती की मौत हो गई 2018 में उसे हत्यारा दोषी ठहराया गया 2020 में उसे मौत की सजा सुनाई दी गई ।
यमन की सर्वोच्च न्यायिक परिषद ने 2023 को उसकी अपील को खारिज कर कर मौत की सजा सुनाई दी गई ।
उसके बाद आखिरी एक ही पर्याय बचा था जो था कि ब्लड मनी वह सिर्फ ब्लड मनी से बच सकती थी ।
आखिर में उसकी ब्लड मनी की कोशिश भी नाकामयाब साबित हुई ।
अब यमन के राष्ट्रपति ने भी उसकी फांसी की सजा को मंजूरी दे दी है।
क्या है ब्लड मनी ? किसकी वजह से बच सकती थी निमिषा प्रिया ?
निमिषा की मां यमन जाकर निमिषा को बचाना चाहती है निमिषा की मां को लगता है ब्लड मनी देकर वह निमिषा को छुड़ा सकती है।
ब्लड मनी का मतलब होता है की मृत व्यक्ति के घर वालों को दोषी की तरफ से कुछ पैसे देकर उसे माफ कर सकता है।
तब सजाये मौत की माफी मिल सकती है।
इंडिया से कोई भी यमन नहीं जा सकता क्योंकि यमन की यात्रा पर निमिषा के बारे में रोक लगाई गई है। निमिषा की मां को यमन के लिए रोक लगाई है। मृतक के परिवार वाले ब्लड मनी के लिए इनकार कर रहे हैं वह चाहते हैं कि निमिषा को फांसी की सजा होकर रहे।
कुछ रिपोर्टर्स में दवा भी किया गया है कि मृतक के परिवार वाले 5 करोड़ यमनी रियाल की मांग कर रहे हैं । जो की इंडियन रुपए में डेढ़ करोड़ रुपए होते हैं लेकिन यह बात साफ-साफ झूठ है।

भारत सरकार से मदद की गुहार
निमिषा प्रिया की मां प्रेमा कुमारी अपनी बेटी को बचाने के लिए हर एक मुमकिन कोशिश कर रही है। जब आखिरी रास्ता था ब्लड मनी का तो वह भी असफल होने की वजह से उन्होंने इंडिया की सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
भारत सरकार ने कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन हमारी भी एक सीमा होती है निमिषा प्रिया को बचाने के लिए एकमात्र तरीका था कि ब्लड मनी से यह केसे सॉल्व किया जा सकता था लेकिन मृत के परिवार ने ब्लड मनी लेने से इनकार कर दिया है।
तो सरकार ने भी अपने हाथ बंदे हुए कहा सरकार की भी अपनी एक सीमा होती है ब्लड मनी एक निजी मामला होने के कारण सरकार भी ज्यादा दबाव नहीं डाल सकती।

फिर भी हम हमारी तरह से पूरी कोशिश कर रहे हैं। ब्लड मनी मृत का परिवार अगर स्वीकार करने के लिए तैयार है तो हम सरकार की तरफ से अधिक राशि देने को तैयार है यह भारत सरकार का कहना है।
अभी भी दो दिन का वक्त बाकी है । निमिषा प्रिया और निमिषा प्रिया की मां के पास अभी भी फांसी से बचने के लिए वक्त है।
एक लास्ट ऑप्शन बचा हुआ है अगर मृत के परिवार वाले अगर ब्लड मनी के लिए तैयार होते हैं तो लास्ट मोमेंट पर भी निमिषा प्रिया की जान बच सकती है।
VISIT THE PAGE : https://www.instagram.com/apli_marathi_?igsh=MXZ2NG81ejN2dHdhcg==
FAQ
निमिषा प्रिया कीतने साल की है ?
निमिषा प्रिया 38 साल की है ।
निमिषा प्रिया के वकील कौन है ?
निमिषा प्रिया के वकील एडवोकेट सुभाष चंद्रा है ।
क्या निमिषा प्रिया फांसी से बच सकती है ?
अगर मृत के परिवार ने ब्लड मनी स्वीकार किया तो निमिषा प्रिया की जान बच सकती है ।
अब प्रार्थना ही कुछ चमत्कार कर सकती है
आखरी होप ब्लड मनी या फिर फांसी की सजा है।
बस अब कुछ ही घंटो का अकाउंट डाउन बाकी बचा है।
भारत का हर व्यक्ति अब बस भगवान से प्रार्थना नहीं कर सकता है कि मृत व्यक्ति के घर वाले ब्लड मनी के लिए तैयार हो जाएं। और निमिषा प्रिया की फांसी रूक जाए।
👍